भारत में बेटियों के जन्म को लेकर समाज में दशकों पुरानी रूढ़िवादी सोच को बदलने और कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्हीं में से एक अहम और क्रांतिकारी योजना है – कन्या सुमंगला योजना। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि बेटियों के जीवनचक्र में महत्वपूर्ण पड़ावों पर एक सुरक्षा कवच का काम करती है।आज की इस पोस्ट में दोस्तों पूरी जानकारी हम आपको देने वाले तो पोस्ट ध्यान से पढ़े |
कन्या सुमंगला योजना क्या है (What is Kanya Sumangala Yojana?)
कन्या सुमंगला योजना मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश सरकार की एक प्रमुख सामाजिक कल्याण योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में बालिकाओं के कल्याण को बढ़ावा देना, लिंगानुपात में सुधार लाना और बेटियों की शिक्षा व स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है। इस योजना के तहत, एक बालिका के जन्म से लेकर उसके स्नातक स्तर की पढ़ाई तक की विभिन्न अवस्थाओं में वित्तीय अनुदान (आर्थिक सहायता) प्रदान किया जाता है।
इसका सीधा सा अर्थ है: बेटी के पैदा होने पर पैसा, स्कूल में दाखिले पर पैसा, टीकाकरण पर पैसा और ग्रेजुएशन पूरा करने पर पैसा। यह कदम-दर-कदम मदद माता-पिता को बेटी की परवरिश में आर्थिक तनाव कम करने में सहायता करती है।
योजना के प्रमुख उद्देश्य (Key Objectives)
1. बालिका भ्रूण हत्या को रोकना: बेटी के जन्म को एक बोझ नहीं, बल्कि एक आशीर्वाद के रूप में देखने के लिए प्रोत्साहित करना।
2. लिंगानुपात में सुधार: राज्य में बालिकाओं और बालकों के अनुपात को संतुलित बनाना।
3. बालिका शिक्षा को बढ़ावा: बेटियों की स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करना ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
4. कन्या के स्वास्थ्य पर ध्यान: टीकाकरण और नियमित स्वास्थ्य जांच को सुनिश्चित करना।
5. सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव: समाज में बेटियों के प्रति हीन भावना को खत्म करना और उनके महत्व को रेखांकित करना।
किन्हें मिलता है लाभ(Eligibility Criteria)
योजना का लाभ पाने के लिए निम्नलिखित शर्तों का पूरा होना जरूरी है:
1.आवेदक: लाभार्थी बालिका और उसके माता-पिता उत्तर प्रदेश के मूल निवासी होने चाहिए।
2.आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय ₹56,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए। (यह आय सीमा बदल सकती है, आधिकारिक वेबसाइट से जाँच अवश्य करें)।
3.बालिका की सीमा: एक परिवार की अधिकतम दो बालिकाएं ही इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
4.जन्म तिथि: बालिका का जन्म 1 अप्रैल 2019 या उसके बाद होना चाहिए। (यह तिथि योजना के नए संस्करण पर निर्भर करती है)।
कितनी मिलती है आर्थिक सहायता? (Financial Benefits – Step by Step)
योजना के तहत एक बालिका को उसके जीवन के अलग-अलग चरणों में कुल ₹25,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है, जो निम्नलिखित चरणों में बाँटी गई है:
1. जन्म पर: बालिका के जन्म के तुरंत बाद ₹5,000।
2. टीकाकरण पर: समय पर सभी टीकाकरण पूरा करने पर ₹2,000।
3. पहली कक्षा में दाखिले पर: ₹3,000।
4. छठी कक्षा में दाखिले पर: ₹3,000।
5. नौवीं कक्षा में दाखिले पर: ₹5,000।
6. स्नातक (Graduation) की पढ़ाई या डिप्लोमा कोर्स शुरू करने पर: ₹7,000।
यह किस्तों में मिलने वाला फंड माता-पिता को लंबे समय तक बेटी की शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति प्रोत्साहित करता है।
आवेदन कैसे करें(How to Apply)
कन्या सुमंगला योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और ऑनलाइन है:
1. ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले https://mksy.up.gov.in/ पर जाएं।
2. नया रजिस्ट्रेशन: होमपेज पर “नागरिक पंजीकरण” (Citizen Registration) के ऑप्शन पर क्लिक करें।
3. फॉर्म भरें: अपनी सभी जरूरी जानकारियां जैसे आधार नंबर, मोबाइल नंबर, पता आदि सही-सही भरें।
4. लॉगिन करें: रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
5. आवेदन फॉर्म भरें: “योजना आवेदन” के सेक्शन में जाकर कन्या सुमंगला योजना का फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
6. सबमिट करें: फॉर्म को सबमिट करने के बाद एक रेफरेंस नंबर मिलेगा, उसे सुरक्षित रखें।
आप आंगनबाड़ी केंद्र, सीएससी केंद्र या महिला कल्याण विभाग के कार्यालय में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज (Required Documents)
· आवेदिका (बालिका) का जन्म प्रमाण पत्र
· माता-पिता का आधार कार्ड
· परिवार का आय प्रमाण पत्र
· राशन कार्ड
· बैंक खाता पासबुक (माता/पिता का)
· पासपोर्ट साइज फोटो
· मोबाइल नंबर (रजिस्टर्ड)
निष्कर्ष एक सामाजिक निवेश
कन्या सुमंगला योजना सिर्फ एक वित्तीय सहायता कार्यक्रम नहीं है, बल्कि भविष्य में एक बेहतर और शिक्षित समाज के निर्माण की ओर एक सार्थक कदम है। यह बेटियों को सम्मान और सशक्तिकरण की भावना देती है। अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और आपके परिवार में एक बेटी का जन्म हुआ है, तो इस योजना का लाभ अवश्य उठाएं। यह छोटी-छोटी आर्थिक मदद आपकी बेटी के सुनहरे भविष्य की नींव रखने में एक बड़ा योगदान दे सकती है।